महिलाका देखै के वर्तमान नजरिया 

सेयर गर्नुहोस

“महिला के उप्पर यतना बेसी भार होत है कि वय सब आपन दैनिक कामकाज के खातिर समय निकारब मुश्किल होय जात है “

–सपना श्रीवास्तव
सपना श्रीवास्तव

          हमलोग के समाजमाअक्सर यी देखाजात है कि समाजमा महिला कै परिचय देतके यी कहिजात है कि यी कामकाजी महिला होयं औ यी घरेलु महिला होयं । समाज कै नजरि मा घरेलु महिला कै अर्थ जो घर मा रही कै आपन घर, पति, बच्चे औ परिवार कै देखभाल करत हीं । औ कामकाजीमहिला कै अर्थ घर के अलावा बहरेव कुछ निश्चित घण्टा काम करत हीं । वय घर औ आफिस दुनौ बढिया से चलाय सकतहीं। लेकीन वास्तविकता कुछ अउर है । चाहे घरेलुमहिला रहैं चाहे कामकाजीमहिलादुनौ कै आपन अलग अनुभव है । दुनौ कै आपन सुख औ पीड़ा है । येकरे बारे माविस्तार से बातिकिहाजायतौ बढिया रही ।

“चाहे घरेलुमहिला रहैं चाहे कामकाजीमहिलादुनौ कै आपन अलग अनुभव है ।”
         सब से पहिले घरेलु महिला के बारे मा बाति किहा जायअधिकतर गृहिणी के उप्पर अपने परिवार तथालरिकेन कै देखभाल, वय सब कै पढाई मा सहयोग, घर कैपूरा व्यवस्था सम्हारि कै तथामातापिता कै चिकित्साऔ देखभालजइसनकाममाव्यस्त रहतहीं । घर मा रहै वाले महिला कै यीमानाजात है किउलोग के पास काफी समय रहत है घर कै काम कुछ घण्टा माखतमकइ के बााकी समय आरामतथामनोरञ्जन कइ सकतहीं । लेकिनयीवास्तविकतानाीहोय । घर कै परिवारजन कै कुछ अधिकअपेक्षा रहत है चाहे वय पतिऔ बच्चाऔं या फिर ससुरारि कै अन्य सदस्य । महिला के उप्पर यतना बेसी भार होत है किवय सब आपन दैनिककामकाज के खातिर समय नाहीनिकारब मुश्किलहोय जातन है । बहुत घर मायी देखि सकाजात है कि एक गृहणी के पास छोटबड़ा कामयतनाज्यादा रहत है कि पूरा दिनकम परि जात है । परिवार कै सब सदस्य कै यिहै सोच कहाजाय या इच्छा रहत है कि सारा दिन घर मा रहतहीं । लेकिनतब्बौ बढिया से हमलोग कै औ आवै जायवाले मेहमान कै खातिरदारी बढिया से नाहीहोय पावत है । वयचाहे जेतनाकोशिश करैं यीसब बेकार घरेलु महिला तथा बिना कुछ किहे दुसरे कै कमाइमा मस्ती करै वाले तथा सेतिम रोटी तुरैवाला जइसन बाति सुनैक परत है । अइसन व्यवहार औ कटु वचन से वय सब मा चिड़चिड़ापन औ डिप्रेसन होइ सकत है । वय सबअपने का बहुत लाचार औ विवश महशुश करत हीं । उलोगआपन जरुर के खातिर अपने पति कै सामने हाथ फैलावै वाले बोझ सम्झै लागतहीं । वय सब हप्तामा सातदिनऔ २४ घण्टा काम करत हीं औ कउनौ माइने मा केहु से कम मेहनतनाही करत हीं ।
         घर से बहरे काम करैवालीमहिला कै समस्या कुछ कमनाही है । उलोग घर कै काम के साथ साथआपन कार्य स्थलवमा बेहतर तरीका से सम्हारै के परत है । कब्बौ कालवय सब का कार्यस्थलऔ घर के जिम्मेदारी मा कउनो एक का ज्यादा महत्व दियैक परि जात है जउन बहुत कठीन निर्णय होय । यी सब कै मजबुरी रहत है कि आपन बच्चे बड़ा होत देखि कै सुख कै अनुभूति नाही कई पावतहीं । स्तनपान कै महत्व मालुम होयक बादव कामके वजह से नाही पूरा कइ पावत हीं । एक महिला के मन मा स्वाभाविक रुप से अपने परिवार के प्रति प्रेम औ जिम्मेदारी के भावना रहत है लेकिन अक्सर समाजऔ परिवार दुनौ काम काज मिहिला कै वतना जिम्मेदार नाही मानत हैं । यकरे अलावा वय सब के वेतन कै उपयोग करत के परिवार यीजतावै के नाहीभुलात हैं किकाम के साथवय सब कै घर कै सारा जिम्मेदारिव बढिया से सब के खुशकइ के भर वय सब कामकइ सकतहीं नाहीतौ काम छोडै के परी । यदि परिवार कै सब सदस्य यहिमा साथ नाही दियत हैं तौ मुश्किल अउर बढी जात है । काम के वजह से घर के कउनो कार्यक्रममा हिस्सा नाहीर्लि हैं या कम समय दियैं तौ तमाम बाति सुनै के परत है । यी सब के वजह से अधिकतनावऔ श्रम के कारण अनेक प्रकार कै शारीरिक औ मानसिकदबाब परत रहत है ।
           चाहे घरेलुमहिलाहोयं या कामकाजी महिला, दुनौ आपन घर बढिया से चलावै के कोशिश करत रहतहीं । दुनौ आपनभूमिका हर जगहि पर अच्छा निभावै के कोशिशमा लागि रहतहीं लेकिन परिवार जन औ अन्यव्यक्ति छोट–छोट बाति पर वय सब का समय समय पर खरीखोटी सुनावा करत है तौ उलोग मानिराशा छाइब स्वाभाविकबातिहोय जात है । जइसै यदि घरेलु महिलाक उनकय काम अथवा व्यवहार आपन व्यवस्तता औ घरायसी कामका कै वजह से नाही कइ पावत हीं तब कटु वचन जइसै– फलाने के पतोहिया पइसवो कमातही औ घर कै सारा कामव समय पर खतम कइलियत ही ।लेकिन यी सिरिफ घर कै काम करत हीतब्बौ समय पर कब्बौ नाहीओरात है, तू कउनो कामलायक नाही हिउ।।।आदि ।।।आदि । अइसन व्यवहार औ तुलना महिला कै मनोबर गिराय दियत है । औ कामकाजी महिला के उप्पर नकारात्मक भावना पइदा करत है ।यतनै भर नाही एक किसिम कै अहम पइदा कइदियत है । अइसनभावना कै विकास होय जायकबाद कामकाजी महिला जब आफिस के काम से घर पर समय नाहीदई पावतहीं तब– मालुमहोत है यिनही एक ठु कमायवाहीहीं, घर कै कउनो जिम्मेदारी नाही है, तुह से बढिया तौ घरेलु महिला रहतहीं ।आदि।।।आदि।।। । यी मेर कै व्यवहार ओ बातिमहिला –महिला के बीच दुरी पइदा करत है ।

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